CDN Kya Hai? यदि आपकी साइट पर अचानक से ट्रैफिक आने की वजह से साइट डाउन चली जाती है, तो इस स्थिति में आपको रेवेन्यू का काफी ज्यादा नुकसान होता है, साथ ही यदि आपने जल्द ही होस्टिंग को नहीं चेंज किया तो इसका बड़ा नेगेटिव इंपेक्ट आपके ट्रैफिक पर देखने को मिलता है।
यदि आप भी एक ब्लॉगर है और इस तरह की परिस्थिति से बचना चाहते है, तो पहले से अपनी वेबसाईट को ट्रैफिक स्पाइक से बचाने के लिए CDN को यूज करना चाहिए, जो कि ज्यादातर परिस्थितियों में आपके साइट को डाउन होने से बचा सकता है।
Hello Friends, स्वागत है आपका हमारे ब्लॉग पर, आज हम बात करने जा रहे है CDN के बारे में सीडीएन क्या होता है? (CDN Kya Hota Hai) सीडीएन के क्या फायदे है और कुछ अच्छे सीडीएन फ्री प्रोवाइडर के बारे में, उम्मीद करता हूँ आपको इससे कुछ सीखने को अवश्य मिलेगा।
CDN Kya Hai?
CDN का फुल फॉर्म होता है कंटेन्ट डिलीवरी नेटवर्क (Content Delivery Network), यह एक तरह से होस्टिंग की तरह ही होता है, जिसका मुख्य काम वेबसाईट के डेटा को अलग-अलग सर्वर पर स्टोर करना होता है।
तो जब भी कोई यूजर साइट को ओपन करने के लिए रिक्वेस्ट करता है, तो यह रिक्वेस्ट सीधे वेबसाईट कि होस्टिंग सर्वर तक न जाकर, उस यूजर के सबसे नजदीक मौजूद CDN सर्वर पर जाती है और यहीं से सारा डाटा यूजर के ब्राउजर में डाउनलोड होता है।
यूजर के नजदीकी सर्वर से डेटा मिलने के कारण वेबसाइट की लोडिंग टाइम काफी कम हो जाती है।
CDN क्यों यूज करना चाहिए?
वेबसाईट की लोडिंग स्पीड, विजिटर को हैन्डल करने की क्षमता होस्टिंग पर ही निर्भर करती है। ऐसे में यदि अचानक साइट पर अधिक मात्रा में यूजर आ जाते है तो सर्वर उस लोड को संभाल नहीं पाता है, जिससे साइट डाउन हो जाती है, CDN इसमें हेल्प कर सकता है।
ब्लॉग पर आने वाला ट्रैफिक वेबसाइट के रिसोर्सेज को यूज करता है, यदि आपके ब्लॉग पर ज्यादा हैवी कंटेंट मौजूद है तो इसके लिए CDN को यूज करना आवश्यक हो जाता है।
यदि आपके ब्लॉग पर ज्यादा मात्रा में हैवी फाइल्स (जैसे – इमेज, पीडीएफ़, विडिओ, ऑडियो etc.) मौजूद है, तो CDN का प्रयोग जरूर से करें।क्योंकि ये ओपन होने में टाइम लेने के साथ यदि डायरेक्ट होस्टिंग के साथ लोड होते है, तो काफी मात्रा में रिसोर्सेज यूज होते है।
यदि ऐसा बार-बार होता है कि आपकी साइट रैंक तो कर रही है लेकिन अचानक से ज्यादा विजिटर के आने के कारण ओपन नहीं हो रही है, तो गूगल इसको नेगेटिव सिग्नल के रूप में देखता है, जिससे रैंक हो रहे पोस्ट धीरे-धीरे डाउन होते चले जाते है।
CDN यूज करने के फायदे
सीडीएन यूज करने के मिलने वाले फायदे कुछ इस प्रकार है, जो इसको खास बनाते है –
Security
वर्डप्रेस पर आपकी साइट का सिक्योर होना बहुत ही जरूरी है, वेबसाईट का https प्रोटोकॉल के साथ खुलना, गूगल के द्वारा भी रिकमेंड किया जाता है।
कई ऐसी सस्ती होस्टिंग कंपनियां ज्यादा बेहतर सिक्योरिटी नहीं दे पाती है, जिससे आपकी साइट के हैक होने का खतरा रहता है, बिना आपकी गलती के भी।
CDN वेबसाईट के ओरिजिनल आईपी अड्रेस की जगह, खुद के आईपी अड्रेस को सर्व करता है, जिससे आईपी अड्रेस से होने वाले खतरे बहुत कम हो जाते है। इस तरह कंटेन्ट डिलीवेरी नेटवर्क, वेबसाईट की सिक्योरिटी बढ़ाने में आपकी हेल्प करता है और किसी भी बाहरी अटैक से भी बचाता है।
Speed
जब भी यूजर के द्वारा वेबपेज को ओपन करने की रिक्वेस्ट आती है, तो यह रिक्वेस्ट डायरेक्ट होस्टिंग पर न जाकर CDN के पास जाती है और CDN के द्वारा डेटा डाउनलोड होता है।
जिससे वेबसाईट की स्पीड बढ़ जाती है, यदि पेज पर एडसेंस या कोई भी ई नेटवर्क के एड आते है तो यह तेजी से खुलते है।
Bandwidth
हम जो भी होस्टिंग या सर्वर यूज करते है, उसकी एक बैन्ड्विड्थ लिमिट होती है, उससे ज्यादा यूज होने पर साइट डाउन चली जाती है।
कंटेन्ट डिलीवेरी नेटवर्क यूज करने पर यह बैंडविड्थ ज्यादातर CDN के माध्यम से ट्रांसफर होती है, जिससे एक समय में ज्यादा यूजर साइट को एक्सेस कर सकते है।
यदि कोई यूजर बार-बार आपकी साइट को विजिट करता है तो उसकी कैश फाइल ब्राउजर में सेव कर देता है। तो जब कोई यूजर अगली बार वेबसाईट ओपन करता है, उसी के ब्राउजर से डेटा लोड होता है।
Best Free CDN Services
इस लिस्ट में हम कुछ ऐसे CDN सर्विसेज़ के बारे में बात करेंगे, जो कि स्टार्टिंग में फ्री सर्विस देते है।
यदि आप पेड की तरफ जाना चाहते है, तो इसके लिए बहुत से ऑप्शन उपलब्ध है लेकिन फ्री की सुविधा देने वाले कुछ ही प्रवाइडर है, तो चलिए कुछ फ्री CDN सर्विसेज़ के बारे में बात करते है।
1. Shift 8 CDN –
यदि आपका ब्लॉग शुरुआती स्टेज में है तो इस CDN सर्विस का यूज कर सकते है।
Shift 8 CDN एक अकाउंट पर 2 वेबसाइट को फ्री में एड करने का ऑप्शन देता है, हालांकि फ्री अकाउंट में 1000 GB बैंडविड्थ की एक लिमिट मिलती है, जो कि शुरुआती ब्लॉगर के लिए पर्याप्त है।
यदि आपका वर्डप्रेस ब्लॉग है तो इसे सेटअप भी बहुत आसान है, इसपर एक अकाउंट बनाने के बाद एक प्लगइन की मदद से इन्टीग्रेट किया जा सकता है।
2. Hostry CDN –
Hostry CDN भी उन ब्लॉगर्स के लिए बहुत अच्छा ऑप्शन है, जो अभी शुरुआत कर रहे है और साइट पर थोड़ा बहुत ट्राफिक आ रहा है।
Hostry CDN भी एक बहुत अच्छी सर्विस है जो कि ग्लोबली मौजूद है, पूरे विश्व में कहीं से भी आने वाले विजिटर इसकी फास्ट स्पीड को इक्स्पीरीअन्स कर पाएंगे इसके साथ ही यह बिल्कुल फ्री में यूज करने के लिए उपलब्ध है।
आप यूज किए गए संसाधनों की मात्रा का अनुमान लगाने और अपने डेली ट्रैफ़िक को नियंत्रित करने के लिए लोड को एडजस्ट कर सकते है।
इससे आपको अपने ट्रैफ़िक को स्थिर रखने में मदद मिलेगी और अप्रत्याशित स्पाइक्स से बचने में मदद मिलती है। यदि फ्री वाले रिसोर्सेज को यूज कर लेते है, तो आप इसके पेड वाले प्लान की तरफ जा सकते है, जो कि एक रिजेनबल प्राइस के अंदर आता है।
3. Cloudflare CDN –
क्लाउड फ्लेयर आज के समय में जाना माना नाम है, यह न सिर्फ वेबसाईट के लिए सिक्युरिटी प्रवाइड कराता है, बल्कि इसका फ्री प्लान भी उपलब्ध है।
हालांकि इसके फ्री प्लान में ज्यादा फीचर्स नहीं मिलते है, लेकिन CDN को छोड़कर भी ब्लॉगर्स इसको SSL Certificate के लिए यूज करते ही है।
इसके फ्री प्लान के साथ SSL सर्टिफिकेट और CDN दोनों मिलता है, जो कि आपके साइट सिक्योर रखने के साथ फास्ट भी बनाता है।
यदि आप क्लाउडफ्लेयर के साथ कोई और CDN सर्विस यूज करना चाहते है तो बड़ी ही आसानी से यूज कर सकते है और इसकी सबसे खास बात यह है कि इसके सर्वर लोकेशन इंडिया के कई शहरों में भी उपलब्ध है।
4. GCORE CDN-
इस लिस्ट में अगला नाम आता है, GCore CDN का जो कि फ्री में लिमिटेड कंटेन्ट डिलीवरी नेटवर्क की सुविधा देता है।
इस प्लेटफॉर्म पर आप फ्री वाले प्लान के अंतर्गत 1 TB of Traffic और 1,000,000,000 Requests को हैन्डल कर सकता है, इससे ज्यादा यूज होने पर इसके प्रो प्लान की तरफ जा सकते है, जो कि एक रिजनेबल प्राइस के अंदर आता है।
Paid CDN Services –
यदि पेड CDN सर्विसेज़ की तरफ जाना चाहते है तो इसमें सैकड़ों ऑप्शन उपलब्ध है, जो अलग-अलग पैरामीटर के हिसाब प्राइस लेते है।
आप अपने बजट के हिसाब से कोई स भी चुन सकते है, पेड CDN सर्विसेज़ के बारे में हमने एक आर्टिकल पहले भी लिखा है, जिसे आप यहाँ पर क्लिक करके पढ़ सकते है।
CDN यूज करते समय ध्यान रखने वाली बातें –
CDN कोई मैजिक नहीं है जो वेबसाइट को फास्ट कर देगा, यह सर्वर से फाइल को कैश में अपने पास सेव करके रखता है, ताकि जरूरत पड़ने पर यूजर को अपने पास से डिलीवर कर सके।
यदि आपकी साइट के कोड में ही ऐसी कोई प्रॉब्लम है जिसके कारण साइट जल्दी नहीं खुल रही है, तो CDN यूज करने से कोई फायदा नहीं होने वाला।
यदि आपकी साइट की CSS मिनिफाइड नहीं है या Jawascript फाइल सिंक नहीं है तो भी ये CDN पर भी स्लो ही खुलेगी, इसलिए CDN यूज करने से पहले इन एरर को ठीक करें।
CDN किसे यूज नहीं करना चाहिए –
वैसे तो इसके फ़ायदों के बारे में हमने अच्छी तरह जान लिया लेकिन क्या यह सभी तरह की वेबसाईट के लिए जरूरी है? तो जवाब है नहीं . अगर आपकी वेबसाइट किसी ऐसे बिजनेस के बारे में है जिस का बिजनेस सिर्फ एक या दो नजदीक के शहरों में है तो, यहाँ पर CDN जरूरत नहीं है।
ऐसी कोई वेबसाईट जिसका सर्वर इंडिया में ही है, तो इस स्थिति में CDN का प्रयोग करने से ज्यादा फायदा नहीं होगा।लेकिन यदि साइट की होस्टिंग इंडिया में है और अधिकतम यूजर US, UK से या रहे है तो वहाँ के CDN को यूज करने से काफी ज्यादा फायदा होगा।
ठीक उसी तरह आपकी साइट की होस्टिंग US, UK में मौजूद है, और ज्यादातर विजिटर भारत से है तो, भारत में मौजूद CDN यूज करने से साइट काफी तेजी से लोड होगी।
Summary –
तो दोस्तों, CDN क्या है? (CDN Kya Hai) इसके बारे में यह लेख आपको कैसा लगा हमें जरूर बताएं कमेन्ट बॉक्स के माध्यम से, यदि आपके पास इस विषय से संबंधित कोई सवाल या सुझाव हो तो उसे भी लिखना न भूलें, धन्यवाद.
About The Author
Hello Friends, मेरा नाम Rakesh Kumar Sawant है, मैं www.TechEnter.in का Founder हूँ… टेक्नोलॉजी, टिप्स और ट्रिक्स, सोशल मीडिया, योजना से जुड़ी जानकारी, लाइफस्टाइल, पैसे कमाने के तरीके के बारे में रोज कुछ नया सीखने के लिए हमारे ब्लॉग को विज़िट करें।