OMR क्या है? ओएमआर (OMR) जिसका फुल फॉर्म है – ऑप्टिकल मार्क रीडर (Optical Mark Reader), आपने कभी ना कभी OMR Sheet पर Exam जरूर दिया होगा।
इन्हीं OMR Sheet को जांचने के लिये ऑप्टिकल मार्क रीडर (Optical Mark Reader) प्रयोग किया जाता है तो आईये जानते हैं की OMR क्या है? What Is OMR in Hindi –
OMR क्या है? What Is OMR In Hindi –
OMR Sheet एक ऐसी शीट होती है जिस पर कुछ गोले बने होते हैं. इनका इस्तेमाल Multiple Choice Tests के जवाब देने के लिए किया जाता है. OMR Sheet में हमें अपने सवाल के जवाब में सर्कल को भरना होता है।
जो भी Omr Sheet को देखेगा समझ जाएगा कि आप किस Question का क्या Answer दे रहे हें. उसके बाद आपकी Omr Sheet के इन भरे गए गोलों को सॉफ्टवेयर की मदद से चेक किया जाता है।
आपको बता दें कि सरकारी नौकरी की परीक्षाओं में OMR Sheet का इस्तेमाल किया जाता है. इसके अलावा आजकल कंपनियां भी अपने किसी प्रोडक्ट के सर्वे के लिए Choices को मार्क करने के लिए OMR Sheet का इस्तेमाल करती हैं।
Optical Mark Reader – OMR कैसे काम करता है?
OMR यानी ऑप्टिकल मार्क रीडर (Optical Mark Sheet) एक विशेष प्रकार का स्केनर होता है यानी एक Input Device है जो विशेष प्रकार के चिन्ह या मार्क्स को पहचानने के लिए ही डिजाइन की जाती है आपने अक्सर विभिन्न प्रकार की परीक्षाओं में ओएमआर शीट पर एग्जाम जरूर दिया होगा।
जहां पर आपको काले पेंसिल से गोला को ठीक से भरना होता है जब आप एग्जाम दे देते हैं तो यह जो OMR शीट होती है उसे OMR स्केनर में डाला जाता है और यह स्केनर एक लेजर लाइट को आपकी सीट पर डालता है और केवल उन काले घेरे वाले निशानों को स्कैन करता है।
जहां पर आपने OMR शीट में गोलों को पूरा काला किया गया होता है वहां से लेजर की मात्रा कम वापस आती है और जहां पर आप ने गोलोंं को काला नहीं किया गया होता है वहां से लेजर की मात्रा ज्यादा वापस आती है तो इस तरीके से यह स्कैनर आपके दिए गए उत्तरों को पहचान लेता है।
OMR का उपयोग स्कूलों या डाटा संग्रहण एजेंसियों तक सीमित नहीं है कई व्यवसाय और स्वास्थ्य देखभाल एजेंसियां अपने डेटा इनपुट को सरल बनाने के लिए ओएमआर का उपयोग करती हैं।
OMR के फायदे और नुकसान –
तो अभी तक आपने जाना कि OMR क्या है? और यह कैसे काम करता हैं? चलिए अब जानते है OMR के फ़ायदे और इसके नुकसान के बारे में।
Advantages Of OMR के फ़ायदे –
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ओएमआर शीट (OMR Sheet) स्केनर का सबसे बड़ा लाभ यह है कि यह 1 घंटे में लगभग 10000 कॉपियों को जांच सकता है।
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अगर आप Keyboard से डाटा एंट्री करते हैं तो उसमें गलतियों की संभावना ज्यादा रहती है जबकि अगर आप ऑप्टिकल मार्क रीडर से डाटा को एंटर करते हैं तो गलतियों की गुंजाइश बहुत कम होती है।
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इसके डेटा को Collect करने के लिए आपको बहुत सारा झंझट नहीं करना होता है और सिर्फ एक कम्प्यूटर की मदद से आप Data Collect कर सकते हैं।
Disadvantages of OMR के नुकसान –
- ओएमआर शीट को अच्छे से भरा जाना जरूरी है क्योंकि अगर वह मार्कशीट को ठीक से डार्क नहीं किया गया जाता है। तो ऑप्टिकल मार्क रीडर (Optical Mark Reader) उस डाटा को कलेक्ट नहीं कर पाएगा।
- ओएमआर का इस्तेमाल केवल उन्हीं डाटा को कलेक्ट करने के लिए किया जा सकता है जिसमें एक से अधिक ऑप्शंस का चुनाव करना हो यानी अगर आप सिंगल डाटा कलेक्ट करना चाहते हैं तो आप ओएमआर का इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं।
- अगर आपको कोई भी Single Data Collect करना हो तो आप Omr का इस्तेमाल नहीं कर सकते क्योंकि ये सिर्फ Multiples Choices के लिए ही Design किया गया है।
- इसका अगला नुक्सान ये है कि अगर आपने गलती से कोई Answer गलत भर दिया तो उसके बाद आप उसे Correct नहीं कर सकते हैं. इसीलिए इन Circles को भरते हुए काफी ध्यान देना पड़ता है।
ओएमआर (OMR) कैसे भरें –
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ऑप्टिकल आंसर शीट (Optical Answering Sheet) भरते वक्त आंसर को बार-बार बिगाड़े नहीं।
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गोले को पूरी तरीके से काला करें यानी डार्क करें उसे आंशिक रूप से काला ना करें क्योंकि उसे मशीन नहीं पकड़ पाएगी।
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काला करने के अलावा कोई भी निशान वहां पर ना लगाएं जैसे टिक का निशान या क्रॉस का निशान।
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बहुत से लोग गोले को आधा काला करके छोड़ देते हैं लेकिन इससे भी आपका उत्तर माना नहीं जाएगा यानी मशीनों से नहीं पढ़ पाएगी।
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गोले को भरते वक्त आप के बाहर ना जाए यानी आपको गोले को केवल अंदर से भरना है।
फाइनली दोस्तों मुझे उम्मीद है कि आपको यह जानकारी पसंद आई होगी और आप समझ गए होंगे OMR क्या है? और ओएमआर कैसे काम करता हैं?
ऐसे ही जानकारियों के लिए यहां आते रहे। और अगर आपको यह जानकारी पसंद आई हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ मे शेयर जरूर करें।