SQL क्या है? एसक्यूएल लैंग्वेज का इतिहास क्या है?

SQL क्या है? एसक्यूएल लैंग्वेज का इतिहास क्या है?

SQL क्या है? एसक्यूएल लैंग्वेज के बारे में क्या आप जानते हैं? आज के इस आर्टिकल में मैने SQL Language से जुड़ी जानकारी दी है। दोस्तो इंटरनेट पर हम जो भी काम करते है, उन सबका एक रिकॉर्ड बनता है।

यह सारे रिकॉर्ड के बारे में जानकारी एक डाटा के रूप में स्टोर होता है। यह सारी जानकारी का डाटा जिस जगह पर स्टोर होता है, उसे डेटाबेस कहते है। यह डेटाबेस SQL Language की मदद से बनाया जाता है।

तो आइए आज के इस आर्टिकल में जानते है की SQL Language क्या है? SQL Language के इतिहास के बारे में, SQL Language के फायदे और नुकसान के बारे में और उससे जुड़ी दूसरी जानकारी दी है।

तो आइए जानते हैं…

SQL क्या है? [What Is SQL In Hindi]


SQL का फुल फॉर्म होता है Structured Query Language (स्ट्रक्चर क्वेरी लैंग्वेज) है, SQL एक domain-specific language है जिसका उपयोग प्रोग्रामिंग में किया जाता है और एक रिलेशनल डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम (RDBMS) में रखे गए डेटा को मैनेज करने के लिए या फिर रिलेशनल डेटा स्ट्रीम मैनेजमेंट सिस्टम (RDSMS) में स्ट्रीम प्रोसेसिंग के लिए डिज़ाइन किया गया है।

SQL एक स्टैंडर्ड लैंग्वेज है, जिसमे डेटाबेस में डेटा को मैनेज करने के लिए अलग अलग कमांड दिए जाते हैं। RDMS में डेटा को अनेक पंक्तियों और कॉलम के रूप में स्टोर किया जाता है, डेटा को अच्छे Structured में स्टोर करने के लिए SQL का इस्तेमाल किया जाता है।

SQL स्ट्रक्चर्ड डेटा को मैनेज करने के लिए बहुत ज्यादा उपयोगी है। SQL पुराने read–write API की तुलना में दो मुख्य advantage प्रदान करता है।

सबसे पहले, इसने एक ही कमांड के साथ कई रिकॉर्ड तक पहुँचने का कांसेप्ट पेश किया है। और दूसरे लाभ यह है की इसमें आपको किसी रिकॉर्ड तक पहुंचने के लिए स्पेसिफिक निर्देश करना नही होता है।

SQL का इतिहास क्या है?

नीचे SQL के इतिहास के बारे में जानकारी दी गई हैं:

  • 1970 – डॉ एडगर “टेड” कोडड ने डेटाबेस के लिए एक रिलेशनल मॉडल को डिस्क्राइब किया गया था।
  • 1974 – स्ट्रक्चर क्वेरी लैंग्वेज दिखाई देती है।
  • 1978 – आईबीएम ने सिस्टम/आर नाम की एक प्रोडक्ट लॉन्च किया था।
  • 1986 – आईबीएम ने एक रिलेशनल डेटाबेस का प्रोटोटाइप डेवलप किया, जिसे ANSI द्वारा स्टैंडर्डाइज किया गया।
  • 1989 – SQL का पहला वर्जन लॉन्च किया गया।
  • 1999 – SQL 3 को ट्रिगर, ऑब्जेक्ट-ओरिएंटेशन इत्यादि जैसे फीचर के साथ लॉन्च किया गया।
  • SQL 2003 – विंडो फ़ंक्शंस, XML- रिलेटेड फीचर इत्यादि लॉन्च किया गया।
  • SQL 2006 – XML Query Language के लिए सपोर्ट
  • SQL 2011 – टेंपोरल डेटाबेस के लिए बेहतर सपोर्ट

SQL के इंपोर्टेंट Command

दोस्तो SQL के कुछ इंपॉर्टेंट कमांड होते है, जिसमे नीचे मैने इंपॉर्टेंट कमांड की लिस्ट दी है:

  • SELECT : डेटाबेस से डेटा निकालता है
  • UPDATE : डेटाबेस में डेटा अपडेट करता है
  • DELETE : डेटाबेस से डेटा को डिलीट करता है
  • ALTER : डेटाबेस में ऑब्जेक्ट को मोडीफाई करने के लिए
  • CREATE : डेटाबेस में नए ऑब्जेक्ट बनाने के लिए
  • INSERT INTO : डेटाबेस में नया डेटा सम्मिलित करता है
  • DROP : डेटाबेस में किसी ऑब्जेक्ट को डिलीट करने के लिए
  • CREATE DATABASE : एक नया डेटाबेस बनाता है
  • ALTER DATABASE : डेटाबेस को मोडीफाई करता है
  • CREATE TABLE : एक नया टेबल बनाता है
  • ALTER TABLE : टेबल को मोडीफाई करता है
  • DROP TABLE : टेबल को डिलीट करता है
  • CREATE INDEX : एक index बनाता है
  • DROP INDEX : इंडेक्स को डिलीट करता है
  • GRANT : यूजर को परमिशन देने के लिए
  • REVOKE : परमिशन को वापस लेने के लिए

SQL स्टेटमेंट के प्रकार

दोस्तो SQL के अलग अलग 5 प्रकार के स्टेटमेंट है, जिसके बारे में नीचे बताया है:

  • डाटा डेफिनिशन लैंग्वेज [Data Definition Language (DDL)]
  • डाटा मैनिपुलेशन लैंग्वेज[Data Manipulation Language (DML)]
  • डाटा कंट्रोल लैंग्वेज [Data Control Language (DCL)]
  • ट्रांजेक्शन कंट्रोल लैंग्वेज [Transaction Control Language (TCL)]
  • डाटा क्वेरी लैंग्वेज [Data Query Language (DQL)]

SQL के Features

SQL के अलग अलग फीचर भी है, जिसके फीचर के बारे में नीचे बताया है:

  • SQL की मदद से डेटाबेस को फिर से प्राप्त कर सकते है।
  • SQL का इस्तेमाल डेटाबेस में रिकॉर्ड अपडेट करने का काम करता है।
  • यह RDBMS में डाटा को इन्सर्ट और कंट्रोल करने के लिए उपयोग किया जाता है।
  • एसक्यूएल की मदद से डेटाबेस में नया टेबल बना सकते हैं।
  • नया डेटाबेस बनाने के लिए भी एसकेएल का इस्तेमाल किया जाता है।
  • एसक्यूएल की मदद से डाटा को Insert, Delete, Select, Update इत्यादि जैसे कमांड से मैनेज कर सकते है।
  • एसक्यूएल डाटा क्वेरी लैंग्वेज दूसरी लैंग्वेज के मुकाबले काफी आसान होती है।

SQL के फायदे

यहां पर SQL के बहुत से फायदे है, नीचे मैने SQL के फायदे के बारे में जानकारी दी है:

  • High Speed: SQL क्वेरी का उपयोग करके, यूजर बड़े बड़े डेटाबेस में से भी तुरंत, जल्दी रिकॉर्ड को सफलतापूर्वक प्राप्त कर सकता है।
  • कोडिंग की जरूरत नही है: स्टैंडर्ड SQL में, डेटाबेस सिस्टम को मैनेज करना बहुत आसान है। डेटाबेस सिस्टम को मैनेज करने के लिए इसे पर्याप्त मात्रा में कोड की आवश्यकता नहीं होती है।
  • पोर्टेबिलिटी: SQL का उपयोग लैपटॉप, पीसी, सर्वर और यहां तक कि कुछ मोबाइल फोन में भी किया जा सकता है।
  • इंटरएक्टिव लैंग्वेज: SQL एक domain language है जिसका उपयोग डेटाबेस के साथ कम्युनिकेशन करने के लिए किया जाता है। इसका उपयोग कठिन सवालों के जवाब सेकंडों में प्राप्त करने के लिए भी किया जाता है।
  • मल्टीपल डेटा व्यू: SQL language का उपयोग करके, यूजर डेटाबेस स्ट्रक्चर के different views बना सकते हैं।

SQL के नुकसान

जिस तरह से SQL के फायदे है, दूसरी और SQL लैंग्वेज के कुछ नुकसान भी है, जिसके बारे में नीचे बताया है:

  • SQL Language का इंटरफेस कठिन होता है। जिसे कम बहुत ही कम यूजर एक्सेस कर पाते है।
  • SQL में कुछ वर्जन की कीमत बहुत ज्यादा होती है।
  • SQL को क्रिएट करने में कठिनाई होती है।
  • एसक्यूएल पूरी तरह से टेबल ऑब्जेक्ट पर आधारित होता है।

Conclusion-

तो दोस्तो आज के इस आर्टिकल में जाना की SQL क्या है?, SQL के इतिहास, SQL के फायदे और नुकसान से जुड़ी जानकारी जानी। इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आपको SQL से जुड़ी सारी जानकारी जान चुके होगे।

फिर भी SQL लैंग्वेज को लेकर कोई सवाल है या कोई परेशानी है तो आप नीचे कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।

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